tag:blogger.com,1999:blog-6167611887407732252.post6657598486256933916..comments2024-03-14T08:13:22.119-07:00Comments on आम्रपाली: दिल्ली चुनाव: जीत सकती है बीजेपी!sushant jhahttp://www.blogger.com/profile/10780857463309576614noreply@blogger.comBlogger2125tag:blogger.com,1999:blog-6167611887407732252.post-8955660914215206762015-02-08T05:10:02.205-08:002015-02-08T05:10:02.205-08:00मेरा पोस्ट सिर्फ एक प्वाइंट ऑफ व्यू है, जरूरी नहीं...मेरा पोस्ट सिर्फ एक प्वाइंट ऑफ व्यू है, जरूरी नहीं कि सत्य ही साबित हो। चुनाव इस तरह के अनुमानों को झुठलाने के लिए कुख्यात रहे हैं। जनमत को नापना गणित के वश की बात नहीं है-जैसा कि लोकसभा चुनाव के वक्त भी हुआ था। लेकिन मैंने परंपपरागत बुद्धि का इस्तेमाल किया है और जोखिम ही लिया है। तुम्हारी बातों में दम है। लेकिन जोखिम लेकर ही तो हम कुछ नया करते हैं!sushant jhahttps://www.blogger.com/profile/10780857463309576614noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6167611887407732252.post-68295700868136270802015-02-08T00:54:40.791-08:002015-02-08T00:54:40.791-08:00गमिथ सही है तुम्हारा। लेकिन हिसाब-किताब के बरअक्स ...गमिथ सही है तुम्हारा। लेकिन हिसाब-किताब के बरअक्स मेरे पास सिर्फ एक तर्क है। 16 मई के बाद से जनता लगातार पोस्टरो में, कट-आउटों में, बिजली के खंभों पर, टीवी पर, देश में, विदेश में, अखबारों में खबरों पर और विज्ञापनों पर, और तो और रेडियो पर भी सिर्फ मोदी को देख-सुन-पढ़ रही है। खासकर, दिल्ली की जनता। यह ओवर-एक्सपोजर पहला पॉइंट है। दूसरा पॉइंट है, किरन बेदी के आने से पैदा हुआ भीतरघात। इससे बीजेपी के पक्ष में गणित का यह समीकरण कागज पर ही धरा रह जाएगा। मेरे खयाल से आम आदमी पार्टी को 37 या 38 सीट हासिल होगी। ...हां बीजेपी भी चाहती होगी ही कि केजरीवाल की मुट्ठी खुल ही जाए। शासन कर ही लें वह भी। फिर तो विकल्प भी नहीं बचेगा दिल्ली की जनता के पास।Manjit Thakurhttps://www.blogger.com/profile/09765421125256479319noreply@blogger.com